Thursday, February 9, 2017

विश्वभर में आखिर क्यों मनाया जारहा हैं मातृ-पितृ पूजन ?

विश्वभर में क्यों मना रहे हैं मातृ-पितृ पूजन..?

कुछ साल पहले जब हम लोगों से कोई पूछता कि भारत का सबसे लम्बा त्यौहार कौन सा है तो हम कहते "दीपावली" क्योंकि 5 दिनों तक #दीपावली पर्व पुंज की देशभर में धूम होती है ।
                  Why in the world there was celebrated Mother-Father's worship?

कुछ साल पहले जब हम लोगों से कोई पूछता कि भारत का सबसे लम्बा त्यौहार कौन सा है तो हम कहते "दीपावली" क्योंकि 5 दिनों तक #दीपावली पर्व पुंज की देशभर में धूम होती है ।

लेकिन पिछले कुछ वर्षों से एक नए त्यौहार ने जन्म लिया है जो दीपावली से भी 3 गुना लम्बा है । 7 फरवरी से शुरू होकर 20 फरवरी तक चलने वाला त्यौहार।  जिसका नाम है #वैलेंटाइन डे "#Valentine's Day" ।

पहले यह सिर्फ एक दिन का था फिर एक सप्ताह और अब आधा महीना यानि 15 दिन तक चलता रहता है।

यह एक ऐसा विदेशी त्यौहार है जो प्रेम के नाम पर लूट और वासना की अपसंस्कृति को
बढ़ावा दे रहा है!

यह एक ऐसा त्यौहार है जिसे समाज के हित चिंतकों ने नहीं बल्कि आर्थिक जगत के विशेषज्ञों ने बनाया है!

यह एक ऐसा त्यौहार है जो मन की वासनाओं को प्रेम का जामा पहनाकर सच्चे प्रेम को बदनाम कर रहा है!

क्या आपको पता है इन दिनों में (contraceptive
pills ) गर्भपात गोलियों की बिक्री 3 गुना बढ़ जाती है। 
जी हाँ ! शायद आपको अजीब लगे लेकिन ये बाजार के सच्चे आंकड़े हैं।

पाश्चत्य सभ्यता द्वारा वैलेंटाइन डे को हमारे समाज पर थोप दिया गया है 
जिसका टार्गेट रहा है भारत का युवावर्ग।

किसी भी देश की #रीढ़ की #हड्डी वहाँ का युवावर्ग होता है। इसलिए #भारत को #गुलाम बनाना है तो #संयमी #युवानों को #चरित्रहीन बनाओ।

आज बहुत सारे #रेस्टौरेंट, #होटल वाले
वैलेंटाइन डे पर #function
करवाते हैं।
मजे की बात ये है कि इस दिन जब
लड़के रेस्टौरेंट में कुछ खाने का ऑर्डर
करते हैं तो #change को बतौर टिप के रूप में छोड़ देते हैं।

जैसे कि 200 रुपये का पिज्जा
"valentine couple special"
के नाम पर 350 रुपये में खरीदे।
और 500 रुपए का नोट दे कर बचे
150 रुपए वेटर को टिप दे दिये
ताकि #गर्लफ्रेंड (प्रेमिका) और अधिक इम्प्रेस 
हो जाए।

जी हाँ ! अजीब लगता है सुन कर लेकिन यह हो रहा है हमारे समाज में।

सोचिए हमारे युवान किस तरह मूर्खता में
#पैसे फूँक रहे हैं। #वैलेंटाइन डे पर होने वाला खर्चा घर के बड़ों से छुपकर होता है और मजे की बात देखिये कि ये तथाकथित प्रेमी जोड़े हर साल किसी नए के साथ जोड़े के तौर पर दिखते हैं और इसे ये लोग सच्चे प्रेम का नाम दे देते हैं।

वैलेंटाइन डे #प्रेमदिवस
नहीं बल्कि वासना दिवस है। इसका सबसे बड़ा दुष्प्रभाव यह है कि मार्च का महीना बनता है Pregnancy test का महीना।

क्या यहीं है असली प्रेम दिवस...???

आप अपने ही घर के #बुजुर्गों से पूछिये। अगर वो ऐसा चरित्रहीन प्रेम दिवस मनाने की स्वीकृति दे तो जरूर मनाइये। लेकिन ये सम्भव ही नही है। क्योंकि सभी माता पिता अपने बच्चे को चरित्रहीन नही बल्कि तेजस्वी ओजस्वी देखना चाहते हैं ।


आपको बता दें कि विकारों को भड़कानेवाली ‘वेलेंटाइन डे’ जैसी पाश्चात्य कुप्रथाओं के निर्मूलन हेतु वैश्विक स्तर पर 14 फरवरी को बापू आसारामजी ने ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस’ मनवाना शुरू किया, जिसे हर जगह पर मनाया जा रहा है और राष्ट्रपति, केन्द्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों इत्यादि ने इसकी भूरि-भूरि प्रशंसा की है । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री रमन सिंहजी ने अपने राज्य के हर शासकीय विद्यालय में इसे मनाना अनिवार्य घोषित किया है ।

गौरतलब है कि बापू आसारामजी बिना सबूत 40 साल से जेल में बंद है लेकिन उनके अनुयायी तो करीब जनवरी से ही गली-गली, गांव-गांव, नगर-नगर में जाकर स्कूलों कॉलेजो, जाहिर स्थलों मे 14 फरवरी मातृ_पितृ_पूजन_दिवस के निमित्त माता-पिता पूजन कार्यक्रम कर रहे है ।

सोशल मीडिया पर भी उनके अनुयायी इतने ही एक्टिव है जो Twitter, Whatsapp, Facebook, Instagram, Website आदि पर देश-विदेश के मातृ-पितृ कार्यकर्मों की फोटोज अपलोड कर रहे हैं।

जब हम पैदा हुए कितने थे मजबूर ।
माँ-बाप के बिना सबकुछ सोच से था दूर ।

ऐसे अपने माता-पिता के अगणित उपकारों को याद करते हुए 14 फरवरी को सच्चा प्रेम दिवस मनाएं जिसका अनुकरण कर विश्व सदभागी हो जाए ।

भारत सदा से ही पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत रहा है ।

आओ विदेशों की गन्दगी से अपनी भावी युवा पीढ़ी को बचाते हुए #मातृ_पितृ_पूजन_दिवस जैसा दिव्य त्यौहार मनाने के लिए विश्व मानव को प्रेरित करें ।
जिससे ये दिन माता-पिता की याद में सदा-सदा के लिए इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित हो जाये।

लेकिन पिछले कुछ वर्षों से एक नए त्यौहार ने जन्म लिया है जो दीपावली से भी 3 गुना लम्बा है । 7 फरवरी से शुरू होकर 20 फरवरी तक चलने वाला त्यौहार।  जिसका नाम है #वैलेंटाइन डे "#Valentine's Day" ।

पहले यह सिर्फ एक दिन का था फिर एक सप्ताह और अब आधा महीना यानि 15 दिन तक चलता रहता है।

यह एक ऐसा विदेशी त्यौहार है जो प्रेम के नाम पर लूट और वासना की अपसंस्कृति को
बढ़ावा दे रहा है!

यह एक ऐसा त्यौहार है जिसे समाज के हित चिंतकों ने नहीं बल्कि आर्थिक जगत के विशेषज्ञों ने बनाया है!

यह एक ऐसा त्यौहार है जो मन की वासनाओं को प्रेम का जामा पहनाकर सच्चे प्रेम को बदनाम कर रहा है!

क्या आपको पता है इन दिनों में (contraceptive
pills ) गर्भपात गोलियों की बिक्री 3 गुना बढ़ जाती है। 
जी हाँ ! शायद आपको अजीब लगे लेकिन ये बाजार के सच्चे आंकड़े हैं।

पाश्चत्य सभ्यता द्वारा वैलेंटाइन डे को हमारे समाज पर थोप दिया गया है 
जिसका टार्गेट रहा है भारत का युवावर्ग।

किसी भी देश की #रीढ़ की #हड्डी वहाँ का युवावर्ग होता है। इसलिए #भारत को #गुलाम बनाना है तो #संयमी #युवानों को #चरित्रहीन बनाओ।

आज बहुत सारे #रेस्टौरेंट, #होटल वाले
वैलेंटाइन डे पर #function
करवाते हैं।
मजे की बात ये है कि इस दिन जब
लड़के रेस्टौरेंट में कुछ खाने का ऑर्डर
करते हैं तो #change को बतौर टिप के रूप में छोड़ देते हैं।

जैसे कि 200 रुपये का पिज्जा
"valentine couple special"
के नाम पर 350 रुपये में खरीदे।
और 500 रुपए का नोट दे कर बचे
150 रुपए वेटर को टिप दे दिये
ताकि #गर्लफ्रेंड (प्रेमिका) और अधिक इम्प्रेस 
हो जाए।

जी हाँ ! अजीब लगता है सुन कर लेकिन यह हो रहा है हमारे समाज में।

सोचिए हमारे युवान किस तरह मूर्खता में
#पैसे फूँक रहे हैं। #वैलेंटाइन डे पर होने वाला खर्चा घर के बड़ों से छुपकर होता है और मजे की बात देखिये कि ये तथाकथित प्रेमी जोड़े हर साल किसी नए के साथ जोड़े के तौर पर दिखते हैं और इसे ये लोग सच्चे प्रेम का नाम दे देते हैं।

वैलेंटाइन डे #प्रेमदिवस
नहीं बल्कि वासना दिवस है। इसका सबसे बड़ा दुष्प्रभाव यह है कि मार्च का महीना बनता है Pregnancy test का महीना।

क्या यहीं है असली प्रेम दिवस...???

आप अपने ही घर के #बुजुर्गों से पूछिये। अगर वो ऐसा चरित्रहीन प्रेम दिवस मनाने की स्वीकृति दे तो जरूर मनाइये। लेकिन ये सम्भव ही नही है। क्योंकि सभी माता पिता अपने बच्चे को चरित्रहीन नही बल्कि तेजस्वी ओजस्वी देखना चाहते हैं ।


आपको बता दें कि विकारों को भड़कानेवाली ‘वेलेंटाइन डे’ जैसी पाश्चात्य कुप्रथाओं के निर्मूलन हेतु वैश्विक स्तर पर 14 फरवरी को बापू आसारामजी ने ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस’ मनवाना शुरू किया, जिसे हर जगह पर मनाया जा रहा है और राष्ट्रपति, केन्द्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों इत्यादि ने इसकी भूरि-भूरि प्रशंसा की है । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री रमन सिंहजी ने अपने राज्य के हर शासकीय विद्यालय में इसे मनाना अनिवार्य घोषित किया है ।

गौरतलब है कि बापू आसारामजी बिना सबूत 40 साल से जेल में बंद है लेकिन उनके अनुयायी तो करीब जनवरी से ही गली-गली, गांव-गांव, नगर-नगर में जाकर स्कूलों कॉलेजो, जाहिर स्थलों मे 14 फरवरी मातृ_पितृ_पूजन_दिवस के निमित्त माता-पिता पूजन कार्यक्रम कर रहे है ।

सोशल मीडिया पर भी उनके अनुयायी इतने ही एक्टिव है जो Twitter, Whatsapp, Facebook, Instagram, Website आदि पर देश-विदेश के मातृ-पितृ कार्यकर्मों की फोटोज अपलोड कर रहे हैं।

जब हम पैदा हुए कितने थे मजबूर ।
माँ-बाप के बिना सबकुछ सोच से था दूर ।

ऐसे अपने माता-पिता के अगणित उपकारों को याद करते हुए 14 फरवरी को सच्चा प्रेम दिवस मनाएं जिसका अनुकरण कर विश्व सदभागी हो जाए ।

भारत सदा से ही पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत रहा है ।

आओ विदेशों की गन्दगी से अपनी भावी युवा पीढ़ी को बचाते हुए #मातृ_पितृ_पूजन_दिवस जैसा दिव्य त्यौहार मनाने के लिए विश्व मानव को प्रेरित करें ।
जिससे ये दिन माता-पिता की याद में सदा-सदा के लिए इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित हो जाये।

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