Wednesday, April 19, 2017

हिंदूवादी सरकार आने के बाद भी हिन्दुत्वनिष्ठों पर बरस रहा है कहर

हिंदूवादी सरकार आने के बाद भी हिन्दुत्वनिष्ठों पर बरस रहा है कहर


उत्तर प्रदेश गाजियाबाद में रविवार को हनुमान छठी पर पुलिस द्वारा शोभायात्रा न निकालने देने पर हिन्दूवादी नेता पिंकी चौधरी अपने कार्यालय पहुंच गए थे । जहां पुलिस ने जाकर  बेरहमी से हिन्दू रक्षा दल कार्यकर्ताओ पर #लाठीचार्ज किया एवं उनके वाहनों को क्रेन से उठा लिया और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया ।


पुलिस की इस कार्रवाई से महंत यति #नरसिंहानंद_सरस्वती ने सरकार पर आरोप लगाए है कि सरकार के इशारे से #एसपी सिटी सलमान ने कार्यकर्ताओं के कार्यालय आदि को तहस-नहस किया है और #पुलिस ने द्वेष भावनाओं के साथ धाराएं लगाकर जेल भेजा है। 


उन्होंने इस घटना को #हिंदुत्व पर कहर बताया है खास बात ये है कि #भाजपा ने इस मामले में चुप्पी साध ली है ।


यति नरसिंहानंद सरस्वती ने यह भी सवाल उठाया है कि देश में प्रधानमंत्री हिन्दू है और राज्य में मुख्यमंत्री साधु हैं उस प्रदेश में हिंदुओं को आयोजन करने पर पुलिसिया #दमन का शिकार होना पड़ता है ।


पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार यति नरसिंहानंद सरस्वती ने अपने बयान में कहा कि पुलिस अधिकारी ने भाजपा के इशारे पर हिन्दूवादी नेता पर हमला करवाया और जेल भेज दिया। यति ने कहा कि पुलिस की #हिन्दूवादी नेता पर यह एक सोची समझी साजिश है ताकि पिंकी चौधरी मेयर का चुनाव न लड़ सकें। 


महंत जी ने कहा कि अगर एसपी सिटी का तबादला नहीं किया गया, पिंकी चौधरी को बिना शर्त रिहा नहीं किया गया तो वह #इस्लाम धर्म कबूल करने पर विचार करेंगे क्योंकि #योगी सरकार में #मुसलमान ही सुरक्षित हैं।


आपको बता दें कि अखिल भारतीय संत समाज के राष्ट्रीय संयोजक व सिद्ध पीठ प्रचंड देवी मंदिर डासना के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती पिछले करीब दो दशक से पश्चिम यूपी में हिन्दू धर्म व #संस्कृति को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यति ने #हिन्दू #धर्म को बचाने के लिए सरकार से कई बार लड़ाई लड़ी है।


इस मामले में बाबा परमेन्द्र आर्या ने भी नाराजगी जताते हुए बताया कि हिन्दू केवल राजनीति का चारा बनकर ही रह गए हैं । हिन्दू रक्षा दल के #कार्यकर्ताओं का अपमान पूरे हिन्दू समाज का अपमान है ।


कई हिन्दू सांगठनों ने पुलिस की इस कार्यवाही को लेकर मुस्लिम धर्म अपनाने को व और बड़ा #आंदोलन करने को कहा है ।


अब सवाल उठता है कि जिस देश में हिंदुओं ने अपनी रक्षा के लिए और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए हिन्दूवादी सरकार चुनने में दिन-रात मेहनत की हो उन #हिंदुत्वनिष्ठों को आज अपने ही देश में सुरक्षा नही मिल रही है और मुस्लिम धर्म अपनाने को मजबूर होना पड़ रहा है ।

क्या इसलिए हिंदुओं ने इस सरकार को चुना था..???


कुछ दिन पहले भी यही हुआ था कि #सुदर्शन न्यूज चैनल के चैयरमैन श्री सुरेश चव्हाणके द्वारा अपने कार्यक्रम #बिंदास बोल में उत्तर प्रदेश संभल में आतंकी कनेक्शन का पर्दाफाश करने पर वहाँ के मौलवी ने सुरेश #चव्हाणके की हत्या करने की धमकी दे दी।

सुरेश जी के वहाँ पर जाने से पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया लेकिन मौलवी की गिरफ्तारी नही हुई ।

हिन्दूवादी सरकार को बहुमत देने पर भी हिंदुत्वनिष्ठों पर अत्याचार बन्द क्यों नही हो रहा है..???

ऐसे ही बिना सबूत 44 महीनों से जोधपुर जेल में बन्द हिन्दू संत बापू आसारामजी के हजारों समर्थक जो उनके दर्शन करने आते हैं । उनपर भी पुलिस कई बार द्वेषपूर्ण #लाठीचार्ज करती है ।


कल आपने देखा होगा कि 9000 करोड़ लेकर भाग जाने वाले #विजय माल्या की 13 महीनों के बाद लन्दन में #गिरफ्तारी की गई पर 3 घण्टे में ही उसे जमानत भी मिल गई । 

लेकिन भारत मे कई हिंदुत्वनिष्ठ जेल में बन्द हैं उन पर एक भी आरोप सिद्ध ना होने पर भी जमानत नही मिल पा रही है जैसे कि हिन्दू संत बापू #आसारामजी, #धनंजय देसाई, कर्नल राजपुरोहित आदि कई सामाजिक कार्यकर्ता हिंदुत्व का कार्य करने के कारण जेल में बन्द है। 

और बड़ी बात तो यह है कि अधिकतर हिंदुत्वनिष्ठ भी उनके साथ हो रहे अन्याय पर मौन हैं ।


अगर हिंदुत्वनिष्ठ यूँ ही चुप्पी साधे रहे तो जैसे पहले जयन्द्रे सरस्वती, स्वामी नित्यानंद, साध्वी प्रज्ञा आदि को जिस तरह जेल जाना पड़ा और वर्तमान में भी जिस तरह हिंदुत्वनिष्ठों पर कहर बरस रहा है उससे तो यही लगता है कि आने वाले समय में कोई हिन्दू #संस्कृति के लिए आगे नहीं आएगा !!


अभी भी समय रहते चेत जाओ और हिन्दू #संतों व हिन्दू कार्यकर्ताओं के साथ सरकार द्वारा हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठायें ।

जय हिंद!!

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