Sunday, November 12, 2017

कांग्रेस का हाथ अपराधियों के साथ? बचाने के लिए सोनिया गांधी ने लिखी थी चिट्ठी- रिपोर्ट

November 12, 2017

🚩देश में हर पार्टी अपने चहेते #पत्रकार रखती है, फिर चाहे वो कितने ही #देश #विरोधी क्यों न हो लेकिन #सरकार उनको #बचाने के लिए भरपूर #प्रयास करती है।

🚩ऐसे ही कांग्रेस सरकार की तरफ से एक घटना सामने आई है, जो तहलका हमेशा विवादित खबरों में रहा हो, #झूठी #खबरें छापकर देश की नंबर एक #मैगजीन बता रहा हो उन्हीं को बचाने के लिए #सोनिया गांधी ने भरपूर प्रयास किये हैं ।

🚩तहलका पर अटल बिहारी वाजपेयी ने जांच के आदेश दिए थे लेकिन 2004 में कांग्रेस सरकार बनते ही 4 महीने में तहलका की जांच रोकने का आदेश दे दिया गया ।
🚩तहलका केस में खुलासा हुआ है कि, यौन शोषण के #आरोपी #तरुण तेजपाल को राहत देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उस समय वित्त मंत्री रहे #पी. चिदंबरम को #पत्र लिखा था । 

🚩जी न्यूज के अनुसार उनके हाथ एक पत्र लगा है जिसके द्वारा यह बात कही जा रही है कि, वर्ष 2004 में चिदंबरम को #सोनिया गांधी ने पत्र लिखकर तहलका न्यूज पोर्टल के #फाइनैंशियल #प्राइवेट फर्म फर्स्ट ग्लोबल के #विरोध में #जांच को #रुकवाने के #निर्देश दिए थे । इस पत्र के 6 दिनों के बाद फर्स्ट ग्लोबल पर चल रही जांच को हटा लिया गया था । रिपोर्ट के अनुसार 2004 में सत्ता में आने के बाद सोनिया गांधी ने प्रवर्तन निदेशालय को मिलने के लिए बुलाया था ।

🚩सोनिया ने चिंदबरम को निर्देश दिए थे कि, तहलका मामले को सुलझाने को प्राथमिकता दी जाए ताकि यह सनुश्चित किया जा सके कि इस केस में किसी भी प्रकार का अनुचित या गैरकानूनी कार्य नहीं किया गया है । 

🚩सोनिया गांधी के पत्र लिखने के चार दिन बाद #यूपीए सरकार ने ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स का गठन किया था और 2 दिन बाद फर्स्ट #गलोबल पर चल रही #जांच को #हटा लिया गया था । वहीं इस मामले के सामने आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए चिदंबरम ने कहा कि, मैंने इस पत्र पर ज्यादा ध्यान दिया था जो कि, बिलकुल सही था, क्योंकि यह मेरे मंत्रालय के कार्य का हिस्सा रहा होगा तभी मैंने पत्र का जवाब दिया होगा ।

🚩अब देश की जनता का ये प्रश्न है कि देश के सामने इतनी #बडी-बडी #समस्या होते हुए भी कांग्रेस अध्यक्ष #सोनिया गांधी को तहलका केस में इतनी #दिलचस्पी क्यों थी ?


🚩यौन शोषण के आरोपी होने के बावजूद सोनिया गांधी ने तरुण तेजपाल का जो बचाव किया है उससे आम जनता के मन में प्रश्न उत्पन्न हो सकता है कि, क्या कांग्रेस का हाथ अपराधियों के साथ है ?

🚩आजतक कांग्रेस ने न केवल हिन्दुआें का विश्वास तोड़ा है, बल्कि वह आम जनता का भी विश्वास तोड़ रही है यही इस घटना से सामने आता है ।

🚩एक तरफ तो सोनिया गांधी हिन्दू आतंकवाद सिद्ध करने के लिए हिंदुत्वनिष्ठों एवं हिन्दू साधु-संतों पर झूठा इल्जाम लगाकर जेल भेज रही थी, दूसरी ओर जो भी ईसाई धर्मान्तरण को रोक रहे थे उनके साथ भी यही हो रहा था उनके खिलाफ भी मीडिया ट्रायल चलाकर झूठे आरोप लगाकर जेल में बंद कर दिया गया या उनकी हत्या करवा दी गई । इससे साबित होता है कि हिन्दुत्व को खत्म करने की साजिश भी सोनिया गांधी द्वारा रची जा रही थी ।

🚩सुब्रमयम स्वामी के अनुसार वेटिकन सिटी के इशारे पर सोनिया गांधी काम कर रही थी इसलिए उसने शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती, साध्वी प्रज्ञा, स्वामी असीमानंद, शंकराचार्य अमृतानन्द, संत आशारामजी बापू आदि आदि हिन्दू #साधु- संतों पर #झूठे #इल्जाम लगाकर जेल भिजवाया था। 

🚩उस समय इन हिंदुत्वनिष्ठों को बदनाम करने के लिए #झूठी-झूठी #कहानियां बनकर मीडिया ने दिन-रात प्रयास किया, उनकी अच्छाई नही दिखाकर उनको सिर्फ बदनाम किया गया ताकि आम जनता के मन में #हिन्दू #संतों की छवि #धूमिल हो जाये लेकिन कांग्रेस सरकार जाते ही सच बाहर आने लगे और उनकी पोल पट्टी खुलने लगी और तत्कालीन सरकार की #साजिश को जनता समझने लगी ।

🚩देश की मीडिया आज पैसे और टीआरपी के लिए  इतनी निर्लज्जता और स्वतंत्रता की हदें पार कर चुकी है कि हर खबर को अपने फायदे के लिए तोड़-मरोड़ करके दिखाना इसका पेशा हो गया है, आज जनता जाग रही है और मीडिया पर अंकुश लगाने के लिए आवाज उठा रही है पर जब तक सरकार उनके साथ होगी, नेता उनको मदद करेगे तब तक मीडिया देश के लिए घातक ही बनी रहेगी ।

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Saturday, November 11, 2017

भारत में ईसाई और मुसलमानों की हो रही हिंसा रोकने के लिए अमेरिका देगा पांच लाख डॉलर

November 11, 2017     www.azaadbharat.org
🚩#सनातन धर्म के हिन्दू समाज ने #विश्व को #शांति का पाठ पढ़ाया आज उनको ही हिंसक घोषित किया जा रहा है और #हिदुत्व को #मिटाने का #षडयंत्र चल रहा है ।
🚩हिन्दुस्तान में ही हिन्दू पराये होते जा रहे हैं, उनकी कहीं भी सुनवाई नही हो रही है और न ही उनको कोई सहायता दी जा रही है, भारत देश के 8 राज्यों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो गये हैं उनको अल्पसंख्यक का दर्जा देने के लिए #सुप्रीम #कोर्ट में #याचिका डाली गई लेकिन #सुनवाई करने से ही #मना कर दिया, देवभूमि कश्मीर से पंडितों को भगा दिया गया, केरल ,कर्णाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल आदि में हिन्दुओं की बर्बरतापूर्वक हत्या की जा रही है लेकिन फिर भी उनके पक्ष में कोई नही आ रहा है, उत्तर प्रदेश कैराना से कई हिन्दू पलायन कर गये, लव जिहाद से लाखों हिन्दू लड़कियां लापता है, गुजरात कच्छ में भी गांव हिन्दू विहीन हो रहे हैं इस पर कोई ध्यान नही दे रहा है और न ही कोई हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सहायता कर रहा है ।
🚩भारत में जो हिन्दुओं का #धर्मान्तरण करवा रहे हैं, #क्रूरता से #हत्या कर रहे हैं उनको अमेरिका NGOs के माध्यम से सहायता करेगा ।
America will give $ 500,000 to prevent violence against Christians and Muslims in India

🚩आपको बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि भारत में धार्मिक हत्याएं और हमले बढ़े हैं। गौरक्षक समूहों द्वारा ज्यादातर मुसलमानों के खिलाफ हिंसा में वृद्धि हुई है। हिंदुओं ने मुसलमानों और ईसाइयों पर हमले किए और उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। भारत में अमेरिका के नवनियुक्त राजदूत केन जस्टर ने सीनेट के समक्ष कहा था कि मानवाधिकार और धार्मिक आजादी नई दिल्ली में उनकी प्राथमिकता होगी।
🚩गौरतलब है कि अमेरिका ने भारत में धार्मिक आजादी को बढ़ावा देने के लिए करीब पांच लाख डॉलर (करीब 3.24 करोड़ रुपये) का अनुदान देने की घोषणा की है। अमेरिकी विदेशी मंत्रालय ने इसके लिए गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) से आवेदन मांगे हैं। आवेदन के साथ भारत में धार्मिक हिंसा और भेदभाव कम करने के लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली विकसित करने का प्रस्ताव मांगा गया है।
🚩आपकी जानकारी के लिये बता दे कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय के लोकतंत्र, मानवाधिकार और श्रम ब्यूरो की इस संबध में जारी सूचना में कहा गया है कि 493,827 डॉलर के कार्यक्रम का मकसद भारत में धार्मिक हिंसा और भेदभाव को कम करना है। आवेदकों से कार्यक्रम की सफलता के लिए आपत्तिजनक संदेशों से मुकाबले के लिए सकारात्मक संदेशों के विचार देने को कहा गया है। इसके अलावा उन्हें धार्मिक स्वतंत्रता खासकर धार्मिक अल्पसंख्यकों की कानूनी सुरक्षा को लेकर सिविल सोसायटी और पत्रकारों को शिक्षित करने का प्रस्ताव भी देने को कहा गया है। आवेदनों की जांच के बाद भारत और श्रीलंका के लिए अनुदान पाने वालों की घोषणा की जाएगी। मंत्रालय की वेबसाइट पर यह सूचना उपलब्ध है ।
🚩भारत में अल्पसंख्यक ही बहुसंख्यक का धर्मान्तरण करा रहे हैं और अत्याचार कर रहे हैं लेकिन फिर भी उनको ही अमेरिका फंडिग देगा, दूसरी ओर पाकिस्तान, बाग्लादेश, श्री लंका, इंडोनेशिया, भूटान, मलेशिया, अफगानिस्तान आदि देशों में हिन्दू अल्पसंख्यक है और उनको मिटाने के लिए भयंकर अत्याचार किये जा रहे हैं, सरकार की तरफ से कोई सुविधा नही दी जा रही है उनकी हत्यायें की जा रही है, जमीन हड़पते हैं, घर-दुकान, मन्दिर को आग लगा देते हैं, तोड़-फोड़ देते हैं उन अत्याचार रोकने के लिए अमेरिका पैसा क्यों नहीं दे रहा है?
🚩धर्म रक्षा दल के अध्यक्ष ने इस पर एक प्रेस विज्ञप्ति निकाली है
🚩प्रेस विज्ञप्ति में लिखा है कि भारत का कोई प्रधानमंत्री या गृहमंत्री है जो पूछे अमेरिका से धर्म किसे कहते है। 9 Nov17 को नव भारत टाइम्स दिल्ली अखबार के अनुसार अमेरिका ने घोषणा की है।भारत में धर्म के नाम पर हो रही हिंसा को रोकने के लिए अमेरिका 5 लाख डॉलर देगा। गोरक्षकों  के द्वारा धर्म के नाम पर मुसलमानों पर अत्याचार के मामले सामने आए हैं । NGOs को अमेरिका सीधे संपर्क करके अल्पसंख्यको के हितों की रक्षा करने का दायित्व दे रहा है।
🚩अमेरिका पहले धर्म की परिभाषा बताये नही तो भारत से अपना दूतावास बंद करके घर में रोटी खाकर वही खाद बनाएं । कम से कम भारत में तो धर्म की बात नहीं करे।
🚩भारत का कोई नेता जिन्दा हो तो अखबार की खबर की जिम्मेदारी तय करके अपने जीवित होने का प्रमाण प्रस्तुत करें या राजनीति त्याग कर घर मे रोटी खाये। जनता के पैसे पर मौज ना उड़ाये,अखबार या अमेरिका की जिम्मेदारी से हिन्दू जनता को अवगत कराया जाए।
🚩भारत में ही #ईसाई मिशनरियां, #मीडिया, साहित्य, इतिहासकारों, शिक्षा, #बॉलीवुड, #आतंकवादियों द्वारा #हिन्दू पर #प्रहार किया जा रहा है और विदेश में हिन्दू  नर्क जैसा जीवन जी रहे हैं फिर न सरकार से न न्यायालय से और न ही विदेश से सहायता मिल रही है।
🚩हिन्दुओं को जाति-पाति छोड़कर एक होकर जो हिन्दुत्व का कार्य कर रहे हैं साधु-संत, हिंदुत्वनिष्ठ और नेताओं का साथ देना चाहिए जिससे हिन्दू संस्कृति की रक्षा हो और हिंदुत्व को मिटाने का प्लान विफल हो जाए ।
🚩जय हिंद
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Friday, November 10, 2017

वीर शिवाजी ने 1659 में आज ही के दिन चीरा था अफजल खान को

November 10, 2017  www.azaadbharat.org
🚩भारत के देशवासियों के साथ बड़ा अन्याय हो रहा है, देश के #लुटेरे #मुगल और #अंग्रेज तो चले गये लेकिन उनके गुलामी के दिमाग वालों ने आज भी शिक्षा में #गलत #इतिहास #पढ़ाया जाता है, पुस्तकों में आक्रमणकारियों और लुटेरों की महिमा मंडन किया गया है और वास्तविक इतिहास #वीर शिवाजी, #महाराणा प्रताप, #रानी लक्ष्मीबाई आदि महान हस्तियों के इतिहास नही पढ़ाया जाता है ।

Veer Shivaji killed Afzal Khan in 1659

🚩आइये आज आपको वीर शिवाजी का एक प्रसंग बताते है जिससे आप भी अपने को गौरान्वित महसूस करेंगे कि हमारे वीर शिवाजी ने लुटेरे मुगल बादशाह को कैसे धूल चटा दी और लाखों मुगलों को कैसे गाजर-मूली की तरह काटकर भगा दिया था ।
🚩सन 1659 में आज ही के दिन 10 नबंवर में शिवाजी महाराज ने #आदिलशाह के सेनापति #अफजल खान को चीर दिया था, साथ ही दश हजार हिन्दू सैनिको ने एक लाख की उसकी सेना को भी गाजर मूली की तरह काट दिया था।
🚩अफजल गुरु विदेशी आक्रांता था, वो काफी लम्बा चौड़ा और ताकतवर था, वो आदिलशाह का सेनापति था, आदिलशाह जब युद्ध में किसी से डरता था, हारने लगता था तो वो अफजल खान की सेना को लड़ाई के लिए भेजता था ।
🚩अफजल खान एक बहुत ही बड़ा मक्कार और धोखेेबाज शख्स था, वो हजारों बार कुरान की झूठी कसम खा चुका था, कई सारे हिन्दू राजाओं को उसने छल से मौत के घाट उतारा था, वो हिन्दू राजाओं से शांति वार्ता के लिए मिलता था, कुरान की कसम खाकर उन्हें भरोसे में लेता था, और उनका कत्ल कर देता था, ये अफजल खान की बड़ी रणनीति थी ।
🚩अफजल खान तो लम्बा चौड़ा और शारीरिक तौर पर मजबूत, पर मानसिकता से वो बहुत बड़ा कायर था, और इसी कारण हिन्दू राजाओं से छल करने की उसने रणनीति बना रखी थी, और 10 से ज्यादा हिन्दू राजाओं का वो क़त्ल कर चुका था, आदिलशाह जब शिवाजी महाराज से हारने लगा, तो आदिलशाह ने अफजल खान के नेतृत्व में 1 लाख जिहादियों की सेना भेजी, और उसने आदेश दिया कि शिवाजी का सर लेकर आओ ।
🚩अफजल खान ने शिवाजी महाराज को भी अन्य हिन्दू राजाओं की तरह समझा और सीधा युद्ध न लड़कर शांति वार्ता के लिए राजी हो गया, और एक पहाड़ी पर अफजल खान और शिवाजी महाराज ने मिलने का निश्चय किया, दोनों तरफ के कुछ अंगरक्षकों के अलावा उस स्थान पर किसी को आने की इजाजत नहीं थी, दोनों तरफ की सेनाएं पहाड़ी के नीचे इंतजार करने लगी, अफजल खान की सेना 1 लाख की थी, शिवाजी महाराज की सेना 10 हजार की थी ।
🚩अफजल खान ने सोचा कि शिवाजी महाराज को भी अन्य हिन्दू राजाओं की तरह मौत के घाट उतार देगा और फिर शिवाजी की सेना में खलबली मच जाएगी, और उसकी सेना शिवाजी की सेना को काट देगी, इसी रणनीति के तहत अफजल खान ने शिवाजी महाराज से मुलाकात की ।
🚩वीर शिवाजी महाराज न अन्य हिन्दू राजाओं की तरह सेक्युलर थे और न ही मूर्ख थे, जो अफजलों पर इसलिए भरोसा कर लें कि वो तो कुरान की कसम खाकर आये है, शिवाजी महाराज ने अपने वस्त्र के अंदर मजबूत जाली वाला जैकेट पहना हुआ था, वो जानते थे की कायर अफजल पीठ पर वार करेगा, साथ ही शिवाजी महाराज ने अपने वस्त्र में एक चाकूनुमा हथियार भी छुपाया हुआ था ।
🚩अफजल खान ने बिलकुल वैसा ही किया, शिवाजी महाराज जैसे ही गले लगने को मिले, अफजल खान ने अपने वस्त्र में छुपाये हुए चाक़ू को निकाला और शिवाजी महाराज की पीठ पर वार किया, पर शिवाजी महाराज पहले से कायर अफजल को जानते थे, उनकी पीठ पर उसके चाक़ू से नुक्सान नहीं हुआ, यहाँ शिवाजी महाराज ने अपना चाक़ू निकाला और अफजल खान के सीने को चीर दिया ।
🚩उसके बाद अफजल की सेना में उसके वध की खबर चली गयी तो खलबली उसकी सेना में मच गयी, यहाँ शिवाजी महाराज की सेना ने इसी का फायदा उठाया और अफजल खान की सेना को गाजर मूली की तरह काट दिया।
🚩आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शिवाजी महाराज ने अफजल खान का सर भी काट लिया और अपनी माता जीजाबाई के पैरों में रख दिया, और आदिलशाह की सल्तनत भी कुछ समय बाद खत्म हो गयी ।
🚩शिवाजी महाराज ने हमें सीख दी कि गद्दार अफजलों पर भरोसा नहीं करना है, जिन हिन्दू राजाओं ने अफजल पर भरोसा किया उनको मौत मिली और उनके राज्य में भी कत्लेआम किया गया, पर शिवाजी महाराज ने सेकुलरिज्म से नहीं बल्कि बुद्धि से काम लिया, और अफजल खान का सर धड़ से अलग हुआ ।
🚩स्कूलों, कॉलेजों में आज सच्चा इतिहास पढ़ाया जाये तो सही जानकारी मिलने से अगली पीढ़ी भी सावधान रहें, आज सर्व धर्म समान चल पड़ा है लेकिन जैसे गंगा जल और गटर के जल की एक जैसे तुलना करना मूर्खता है वैसे ही हिन्दू धर्म की किसी भी महजब , पंथ या सम्प्रदाय से तुलना करना मूर्खता है हिन्दू धर्म सनातन धर्म है और उसको तोड़ने के लिए दुष्ट प्रकृति के लोग आज भी कार्य कर रहे है अतः हिन्दुस्तानी इन षड़यंत्रकारियों से सावधान रहें ।
🚩जय हिन्द
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